EPFO Rule: भारत के कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने 2025 में अपनी सेवाओं में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं जो देश के 7 करोड़ से अधिक निजी कर्मचारियों को प्रभावित करते हैं। ये सुधार मुख्य रूप से डिजिटलीकरण, प्रक्रियाओं के सरलीकरण और पारदर्शिता बढ़ाने पर केंद्रित हैं। EPFO का उद्देश्य अपनी सेवाओं को और भी उपयोगकर्ता अनुकूल बनाना है ताकि कर्मचारियों को अपने भविष्य निधि से जुड़े कामों में कम परेशानी हो। इन बदलावों से न केवल कर्मचारियों को बल्कि पेंशनभोगियों को भी काफी राहत मिली है।
नई व्यवस्था में कर्मचारियों को अपने PF खाते की जानकारी अपडेट करने, पैसा ट्रांसफर करने और विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाने के लिए बार-बार कार्यालय जाने की जरूरत नहीं होगी। EPFO ने अपनी ऑनलाइन सेवाओं को इतना बेहतर बनाया है कि अधिकांश काम घर बैठे ही हो सकते हैं। यह व्यवस्था विशेष रूप से कोविड काल के बाद डिजिटल सेवाओं की बढ़ती मांग को देखते हुए बनाई गई है।
प्रोफाइल अपडेट की नई सुविधा
EPFO की सबसे महत्वपूर्ण नई सुविधा यह है कि अब कर्मचारी अपने प्रोफाइल की जानकारी खुद ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं। यदि आपका UAN (Universal Account Number) आधार कार्ड से लिंक है तो आप अपना नाम, जन्मतिथि, लिंग, राष्ट्रीयता, माता-पिता का नाम, वैवाहिक स्थिति, पति या पत्नी का नाम और नौकरी शुरू करने की तारीख जैसी जानकारी बिना किसी दस्तावेज की आवश्यकता के बदल सकते हैं। यह सुविधा उन कर्मचारियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जिन्हें अपनी व्यक्तिगत जानकारी में बदलाव करना होता है।
हालांकि जिन लोगों का UAN 1 अक्टूबर 2017 से पहले बना था, उन्हें कुछ विशेष अपडेट के लिए अपनी कंपनी की अनुमति लेनी पड़ सकती है। यह नियम सुरक्षा कारणों से बनाया गया है ताकि गलत जानकारी अपडेट न हो। नई व्यवस्था में डाटा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आधार वेरिफिकेशन को अनिवार्य बनाया गया है। इससे फर्जी अकाउंट बनने और गलत जानकारी अपडेट होने की संभावना कम हो गई है।
नौकरी बदलने पर PF ट्रांसफर की सुविधा
15 जनवरी 2025 से EPFO ने PF ट्रांसफर की प्रक्रिया को बहुत आसान बना दिया है जो पहले एक जटिल और समय लेने वाली प्रक्रिया थी। नई व्यवस्था में जब कोई कर्मचारी नौकरी बदलता है तो उसे अपना PF ट्रांसफर करने के लिए पुरानी या नई कंपनी की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है। यह बदलाव उन लाखों कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत है जो बेहतर अवसरों की तलाश में नौकरी बदलते रहते हैं। पहले इस प्रक्रिया में महीनों लग जाते थे और कई बार कंपनी की अनुमति न मिलने पर कर्मचारियों को परेशानी होती थी।
अब PF का पैसा स्वचालित रूप से और तेजी से नए खाते में ट्रांसफर हो जाता है। यह व्यवस्था UAN सिस्टम के माध्यम से काम करती है जहां एक ही UAN नंबर से कर्मचारी के सभी PF खाते जुड़े होते हैं। नई व्यवस्था में कर्मचारी को केवल अपने नए नियोक्ता को UAN नंबर देना होता है और बाकी प्रक्रिया अपने आप हो जाती है। इससे कर्मचारियों के PF में योगदान में कोई रुकावट नहीं आती।
डिजिटल ज्वॉइंट डिक्लेरेशन सिस्टम
16 जनवरी 2025 से EPFO ने UAN और संयुक्त घोषणा की प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल बना दिया है। अब यदि आपका UAN आधार से जुड़ा है या आधार पहले से वेरिफाइड है तो आप ऑनलाइन ही ज्वॉइंट डिक्लेरेशन जमा कर सकते हैं। यह सुविधा विशेष रूप से नए कर्मचारियों के लिए उपयोगी है जिन्हें अपनी नौकरी की शुरुआत में विभिन्न घोषणाएं करनी होती हैं। डिजिटल प्रक्रिया से समय की बचत होती है और गलतियों की संभावना भी कम हो जाती है।
हालांकि कुछ विशेष परिस्थितियों में अभी भी फिजिकल फॉर्म भरना पड़ सकता है। यदि किसी का UAN नहीं बना है, आधार लिंक नहीं है या सदस्य की मृत्यु हो गई है तो ऐसे मामलों में पारंपरिक कागजी प्रक्रिया का इस्तेमाल करना होगा। लेकिन सामान्य परिस्थितियों में अधिकांश कार्य ऑनलाइन हो सकते हैं। यह बदलाव कार्यालयों पर दबाव कम करता है और कर्मचारियों को तुरंत सेवा मिल जाती है।
केंद्रीकृत पेंशन भुगतान व्यवस्था
EPFO ने 1 जनवरी 2025 से एक नई केंद्रीकृत पेंशन भुगतान प्रणाली (CPPS) शुरू की है जो पेंशनभोगियों के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव है। इस नई व्यवस्था में पेंशन सीधे NPCI प्लेटफॉर्म के माध्यम से किसी भी बैंक खाते में भेजी जा सकती है। पहले पेंशन ट्रांसफर के लिए PPO (Pension Payment Order) को एक क्षेत्रीय कार्यालय से दूसरे में भेजना पड़ता था जिससे काफी देरी होती थी। अब यह जटिल प्रक्रिया पूरी तरह से खत्म कर दी गई है।
नए सिस्टम में सभी नए PPO को UAN से लिंक करना अनिवार्य है जिससे पेंशनभोगी आसानी से डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं। यह सुविधा वृद्ध पेंशनभोगियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जिन्हें हर साल जीवन प्रमाण पत्र जमा करना होता है। डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट से उन्हें कार्यालय जाने की जरूरत नहीं होगी और घर बैठे ही अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकेंगे।
उच्च वेतन पर पेंशन की स्पष्ट व्यवस्था
EPFO ने उच्च वेतन पर पेंशन पाने की प्रक्रिया को स्पष्ट कर दिया है जो पहले काफी भ्रम की स्थिति में थी। अब सभी कर्मचारियों के लिए एक समान नियम लागू होंगे और यदि किसी कर्मचारी का वेतन निर्धारित सीमा से अधिक है और वह उस पर पेंशन चाहता है तो उसे भविष्य निधि में अतिरिक्त योगदान करना होगा। यह व्यवस्था उन कर्मचारियों के लिए फायदेमंद है जो अधिक वेतन पाते हैं और रिटायरमेंट के बाद अधिक पेंशन चाहते हैं।
जो कंपनियां EPFO के तहत नहीं आतीं और अपनी अलग ट्रस्ट स्कीम चलाती हैं, उन्हें भी इन नियमों का पालन करना होगा। बकाया राशि का भुगतान और वसूली अब नए, आसान और अधिक पारदर्शी तरीके से होगी। यह व्यवस्था कर्मचारियों के हितों की रक्षा करती है और उन्हें अधिक विकल्प प्रदान करती है। EPFO अब केवल पैसा जमा करने का माध्यम नहीं रहा बल्कि एक आधुनिक और डिजिटल सेवा प्रदाता बन गया है।
Disclaimer
यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। EPFO की नीतियों और नियमों में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं। नवीनतम जानकारी और अपडेट के लिए कृपया EPFO की आधिकारिक वेबसाइट देखें या संबंधित कार्यालय से संपर्क करें। व्यक्तिगत मामलों में कोई भी निर्णय लेने से पहले संबंधित अधिकारियों से सलाह लेना आवश्यक है।